घर घर में
झंडा फहराएं,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं..........
गली, मोहल्ले
महल, अटारी,
रहे जगह ना कोई खाली ,
भूल गए जो देश धर्म को,
मानव हित समाज कर्म को,
उनको फिर से याद दिलाएं,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं............
जो सरहद की गर्मी
भूले,
सम्रधता के झूलें
झूले,
उन्हें तिरंगा याद दिलाएं,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं...........
सुप्त पडी जो देश भावना ,
घर क़र बैठी स्वयं कामना,
हृदय खीच क़र धुल चटायें,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं...........
खल चरित्र ने देश बिगाड़ा,
झूठी खादी ने किया कबाड़ा,
देश भक्त हुए सूखी लकड़ी,
उनमें फिर चिंगारी सुलगाएं,
देश प्रेम की अलख जगाये,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं..........
अगर एक भी
बदल गया दिल,
राह नहीं फिर होगी मुश्किल ,
सोये भारतवासी जागें,
मिल जाएगी
निश्चित मंजिल ,
सपने देखे,
कदम बढ़ाएं,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं........
-कुश्वंश
स्वतंत्रता दिवस मनाएं,
जवाब देंहटाएंअगर एक भी
बदल गया दिल,
राह नहीं फिर होगी मुश्किल ,
बिल्कुल सच कहा है आपने ... शुभकामनाओं के साथ बधाई ।
आओ..!
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस मनाएं,
सुप्त पडी जो देश भावना ,
स्वयं सोच की मधुर कामना ,
उनमें फिर चिंगारी सुलगाएं,
देश प्रेम की अलख जगाये,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं,
देशप्रेम की भावना से ओतप्रोत सुन्दर पंक्तियाँ..... शुभकामनाये....
आदरणीय कुश्वंश जी,
जवाब देंहटाएंदेशभक्ति के सारे स्वर मुझे प्रिय हैं.
... राष्ट्र-प्रेम की इस रचना का मैं हृदय से स्वागत करता हूँ.
लेकिन जैसे ही लाल-किले के 'ध्वजारोहण' का ध्यान आता है मन कराह उठता है... "इस बार नीच मंत्रियों और नेताओं के हाथों से क्या राष्ट्रीय-ध्वज का अपमान नहीं होगा?" ... विवश हूँ लुटेरों का देशभक्ति-तमाशा देखने को.
सुंदर भावनाओं का सम्प्रेषण किया है अपने इस रचना के माध्यम से ......काश हम सब ऐसा स्वतंत्रता दिवस मना पाते ....!
जवाब देंहटाएंbahut achcha desh bhakti se paripoorn geet.swatantrta divas ki badhaai aaj hi de rahi hoon.
जवाब देंहटाएंmanate hain ...
जवाब देंहटाएं्देशभक्ति की भावना से ओत प्रोत कविता।
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस मनाएं,
जवाब देंहटाएंअगर एक भी
बदल गया दिल,
राह नहीं फिर होगी मुश्किल , सच कहा..देशभक्ति की भावना से ओत प्रोत कविता। आभार...
स्वतंत्रता दिवस मनाएं,
जवाब देंहटाएंअगर एक भी
बदल गया दिल,
राह नहीं फिर होगी मुश्किल ,
सुंदर...बहुत सुंदर
स्वतंत्रता दिवस पर सुन्दर बाल गीत ।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया गीत...
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की बधाईयाँ... वन्दे मातरम...
प्रतुल भाई की बातों से सहमत... उनकी पीड़ा भारत की पीड़ा है...
सादर..
स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में बहुत सुन्दर गीत लिखा है आपने ......बधाई
जवाब देंहटाएंदेशप्रेम की भावना से ओतप्रोत पंक्तियाँ..... शुभकामनाये.......
जवाब देंहटाएंदेशभक्ति की भावना से ओत प्रोत कविता
जवाब देंहटाएंGreat creation with beautiful satire in it .
जवाब देंहटाएंबढ़िया गीत...वन्दे मातरम
जवाब देंहटाएंअगर एक भी
जवाब देंहटाएंबदल गया दिल,
राह नहीं फिर होगी मुश्किल ,
....बहुत ही सटीक और सशक्त प्रस्तुति..आज के नेताओं पर एक तीखा व्यंग..बहुत सुन्दर
बहुत सुन्दर सारगर्भित रचना , सुन्दर भावाभिव्यक्ति , आभार
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन एवं स्वाधीनता दिवस के पावन पर्वों की हार्दिक मंगल कामनाएं.
बेहद खूबसूरत गीत
जवाब देंहटाएंआज का आगरा ,भारतीय नारी,हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल , ब्लॉग की ख़बरें, और एक्टिवे लाइफ ब्लॉग की तरफ से रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं
सवाई सिंह राजपुरोहित आगरा
आप सब ब्लॉगर भाई बहनों को रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई / शुभकामनाएं
वन्दे मातरम वन्दे मातरम
जवाब देंहटाएंघर घर में
जवाब देंहटाएंझंडा फहराएं,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं....
मग़र ईमानदार नेता कहाँ से लायें
देशभक्ति की भावना से ओत प्रोत कविता।
सोये भारतवासी जागें
जवाब देंहटाएंमिल जाएगी
निश्चित मंजिल
सपने देखे
कदम बढ़ाएं
आओ
स्वतंत्रता दिवस मनाएं
देश की खुशहाली के लिए आह्वान करता सुंदर, प्रेरक गीत।
देश के प्रति समर्पण के भावों से भरी इस सुन्दर रचना के लिए हार्दिक शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
प्रिय कुश्वंश जी
जवाब देंहटाएंसादर अभिवादन !
सोये भारतवासी जागें,
मिल जाएगी
निश्चित मंजिल ,
सपने देखे,
कदम बढ़ाएं,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं........
इसकी है बहुत आवश्यकता …
अच्छी सामयिक रचना है , बधाई !
( पता नहीं क्या बात हुई … आपकी इस पोस्ट पर इन दो दिनों में कई बार आया … कमेंट पब्लिश नहीं हो पाया … ख़ैर )
रक्षाबंधन एवं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ
-राजेन्द्र स्वर्णकार
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.देशभक्ति की भावना से ओत प्रोत कविता.
जवाब देंहटाएंdesh ke prati samarpit bahut sunder geet.
जवाब देंहटाएंआप को बहुत बहुत धन्यवाद की आपने मेरे ब्लॉग पे आने के लिये अपना किमती समय निकला
जवाब देंहटाएंऔर अपने विचारो से मुझे अवगत करवाया मैं आशा करता हु की आगे भी आपका योगदान मिलता रहेगा
बस आप से १ ही शिकायत है की मैं अपनी हर पोस्ट आप तक पहुचना चाहता हु पर अभी तक आप ने मेरे ब्लॉग का अनुसरण या मैं कहू की मेरे ब्लॉग के नियमित सदस्य नहीं है जो में आप से आशा करता हु की आप मेरी इस मन की समस्या का निवारण करेगे
आपका ब्लॉग साथी
दिनेश पारीक
http://kuchtumkahokuchmekahu.blogspot.com/
कुश्वंश जी बहुत सुन्दर देश भक्ति से भरी प्यारी रचना ...मूल भाव सुन्दर ...काश ये भावना सब में जगे दुष्टों की आत्मा भागे
जवाब देंहटाएंशुक्ल भ्रमर ५
सुप्त पडी जो देश भावना ,
घर क़र बैठी स्वयं कामना,
हृदय खीच क़र धुल चटायें,
आओ..!
स्वतंत्रता दिवस मनाएं...........
खल चरित्र ने देश बिगाड़ा,
झूठी खादी ने किया कबाड़ा,
Han! ^!'sabhi swatantrata divas manaaye . sashakt , sundar rachana . shubhkamna
जवाब देंहटाएंSundar geet..! Aabhaar!
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