कुछ
ऐसे होते हैं
साथ जुडें तो
बने हिमालय
टूटें तो
सदियों रोते है
बंधन बस
ऐसे होते हैं
पक्के हों
या
निर्मल कच्चे
धवल दुग्ध से
मोती सच्चे
शिशु से पालित
स्नेह तिरोहित
गहरी जड़े
जमीन बोते है
रिश्ते बस ऐसे होते है
वृक्ष
नदी
पहाड़
और झरने
ऋतुये,
जीव-जंतु
भूमंडल
रिश्ते स्वांश-स्वांश होते है
बंधन
ऐसे ही होते है .
-कुश्वंश
बहुत ही सुन्दर .............रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंभावमय करती प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंइस स्नेहिल पर्व की आपको अनंत शुभकामनाएं
कुछ बंधन ऐसे होते हैं जो सच्चे होते हैं --जैसे राखी का बंधन .
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना .
रक्षाबंधन की शुभकामनायें .
बहुत -बहुत सुन्दर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंराखी पर्व की हार्दिक शुभकामनाये :-)
बेहतरीन भाव ... बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंसचमुच, कुछ बंधन ऐसे होते हैं.
जवाब देंहटाएंसाथ जुड़ें तो बने हिमालय
टूटे तो सदियों रोते हैं....
अनुपम बात कह दी, वाह !!!!!!!!!!!!!!
बहुत प्यारी रचना.....
जवाब देंहटाएंशुभकामनाये..
अनु
बहुत सुन्दर रचना |रिश्तों को समझना और निभाना सरल नहीं होता |
जवाब देंहटाएंआशा
"निर्मल कच्चे
जवाब देंहटाएंधवल दुग्ध से
मोती सच्चे
शिशु से पालित
स्नेह तिरोहित
गहरी जड़े
जमीन बोते है "
क्या बात कही है सर ....मन को छू जाने वाली
बिल्कुल बाबा नागार्जुन की शैली में
आभार
कुछ बन्धन ऐसे यहाँ, जिनमें है सम्बन्ध।
जवाब देंहटाएंमोहपास में जकड़ते, प्यारभरे अनुबन्ध।।
सही कहा रिश्तो के बंधन को समझ कर उन्हे सारी जिन्दगी बिना शर्त के निभा ना उतना आसान भी नहीं होता...सार्थक रचना..
जवाब देंहटाएंबंधन ऐसे ही होते हैं , होने भी चाहिए
जवाब देंहटाएंरिश्तों के बंधन से बंधा, ये सारा संसार
जवाब देंहटाएंसबके अपने मायने,अहसास बना आधार ,,,,
राखी पर्व की हार्दिक शुभकामनाए,,,,
RECENT POST ...: रक्षा का बंधन,,,,
सुंदर विश्लेषण.... भाव भरी रचना...
जवाब देंहटाएंसादर।
बहुत सुंदर अनुभूति !
जवाब देंहटाएंबंधन
जवाब देंहटाएंकुछ
ऐसे होते हैं
साथ जुडें तो
बने हिमालय
टूटें तो
सदियों रोते है
बंधन बस
ऐसे होते हैं
कितनी सुंदर पंक्तियाँ ..!
सादर !
सच कहा बंधन ऐसे ही होते हैं ....कभी नाज़ुक सा सूत्र भी थामे रखता है तो कभी मजबूत श्रृंखलाएं भी कमजोर साबित होती हैं !!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रिश्तों का बाखूबी विश्लेषण किया है खूबसूरत प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भाव लिए .... बंधन ही तो हैं जो बांध लेते हैं
जवाब देंहटाएंबंधन
जवाब देंहटाएंकुछ
ऐसे होते हैं
साथ जुडें तो
बने हिमालय
टूटें तो
सदियों रोते है
....लाज़वाब...बहुत सटीक अभिव्यक्ति...
ऐसे बंधन जीवन को सौगात में मिलते हैं. सुन्दर रचना, बधाई.
जवाब देंहटाएंबंधन ऐसे ही होने चाहिए ......
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर व्याख्या
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