आते हुए
नव वर्ष की
कोमल हवाए,
आपकी यश कीर्ति के
मोती लुटाएं,
सफल हो संकल्प,
उम्मीदें,
सभी सपने,
साथ हों अज़ीज़ सब
बिछुड़े सभी अपने,
दे रहा दस्तक
दरवाज़े पर
तुम्हारे आसमा
आगोश में हो आपके
सोचा हुआ
सारा जहां
प्रार्थना प्रत्येक प्रभु से
शांति दे,
विस्तार दे
जख्मी ह्रदय में
प्रेम का मरहम
लगा दे , प्यार दे
पूर्ण हों
संपूर्ण हो,
सम्रध हों
संभावनाए
इन्द्र-धनुषी रंग बिखेरें
द्वार पर
चारो दिशाएँ,
आते हुए नव वर्ष पर
कुश्वंश की शुभकामनाएं
इतनी सारी शुभकामनायें पाकर धन्य हुए कुश्वंश ही ।
जवाब देंहटाएंआपको भी शुभकामनायें ।
आपको भी नववर्ष की ढेरों शुभकामनाएँ ...
जवाब देंहटाएंनए वर्ष की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंनए वर्ष का सुंदर संदेश देती बहुत अच्छी रचना,...
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट के लिए--"काव्यान्जलि"--"बेटी और पेड़"--में click करे
bahut sunder rachna aapko bhi navvarsh shubh ho
जवाब देंहटाएंrachana
बहुत ही बढ़िया सर!
जवाब देंहटाएंआपको भी शुभकामनाएँ!
सादर
कल 27/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
संपूर्ण हो,
जवाब देंहटाएंसम्रध हों
संभावनाए
इन्द्र-धनुषी रंग बिखेरें
द्वार पर
चारो दिशाएँ,
आते हुए नव वर्ष पर
कुश्वंश की शुभकामनाएं
हमारी तरफ से भी शुभकामनाएं ।
नए वर्ष की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंआपको भी नववर्ष की ढेरों शुभकामनाएँ ...
जवाब देंहटाएंसंपूर्ण हो,
जवाब देंहटाएंसम्रध हों
संभावनाए
इन्द्र-धनुषी रंग बिखेरें
द्वार पर
चारो दिशाएँ,
आते हुए नव वर्ष पर
कुश्वंश की शुभकामनाएं
सुंदर संदेश
आपको भी नववर्ष की शुभकामनायें
v7: स्वप्न से अनुराग कैसा........
बेहतरीन........आपको भी नववर्ष की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंनव वर्ष पर सुंदर शुभकामनाओं से सजी बढ़िया रचना.
जवाब देंहटाएंnav varsh kaa swaagat kartii sundar rachnaa
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर शुभकामनायें! आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!
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