नव वर्ष २०११ मंगलमय हो
नव वर्ष कि कोमल हवाए
आपकी यशकीर्ति के
मोती लुटायें.
कोई भी हों भाषा भाषी,
हर घर से,
हो दूर उदासी.
धर्म प्रेम का,
फैले जग में.
खुशियों की बारिश,
घर-घर में.
कुछ ऐसे ही और पास,
सिमट जाएँ
चारो दिशाएं.
आपके सफल- दर सफल हों
हर एक मुकाम
विश्व में फैले मकरंद सा,
आपका नाम
नव वर्ष २०११ मंगलमय हो
- कुश्वंश
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-कुश्वंश