महेश कुशवंश

3 अक्तूबर 2010

धर्म तुम क्या हो

धर्म तुम क्या हो
ईट गारे से बने मंदिर हो
मस्जिद हो
गुरुद्वारा हो
चर्च  हो
या फिर मानवीय संवेदनाओ के
सैकड़ो दिलो में बसे मर्यादा पुरुषोत्तम राम हो,
नेक बनने का पाठ पढ़ाने  वाले मोहम्मद साहब को,
त्याग और सहिष्णुता  के सलीब चढ़े  ईसू हो,
अपना सब कुछ समर्पण करने वाले गुरु गोविन्द सिंह  हो,
या फिर
गोलिओ, बमों, छुरों और रक्त्पिपाशु तलवार के नोकों पार

मासूमो की रक्त बिन्दुओ  का उपहास करने वाले,
निरीह प्राणियों  की चीत्कार हो
धर्म
तुम कौन हो, क्या हो
मुझे बताओ

- महेश कुश्वंश

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-कुश्वंश

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