होली मे
मुह लाल नहीं
रंगीन बनाओ
होली मनाओ ...........
अंदर तक जो
छिपे हुये हैं
गिले शिकवे
वास्तव मे ,
सच्चे अर्थों मे आज भुलाओ
होली मनाओ ...........
रिस्ते-नाते
ओझल है जो,
दूर हो गए नज़रों से
होली मिठास की
उनमे फिर से
खुशी जागाओ
होली मनाओ ...........
माँ की ममता
बच्चों का स्नेह
आस-पास का बिखरा नेह
सबका फिर से मूल्य निबाहो
होली मनाओ ...........
रंगों का त्योहार निराला
विस्वप्रेम की बुनलों माला
ईर्स्या, कटुता आतंकवाद का
राग भुलाओ
होली मनाओ ...........
होली की हार्दिक शुभकामनायें
कुशवंश
ईर्स्या, कटुता आतंकवाद का
जवाब देंहटाएंराग भुलाओ
होली मनाओ ...........
..... होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
होली की हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति,आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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