महेश कुशवंश

22 मार्च 2014

अपनी अपनी राह........



कल रात नेताजी को
हार्ट अटैक हुआ
डाक्टरों ने कहा आई सी यू मे रखेंगे
समर्थक अड़ गए
नेताजी को होश मे लाओ
घर ले जाएंगे
आई सी यू मे रखोगे तो
नेताजी हार्ट अटक से नहीं
लोकसभा का पर्चा
न भरने से मर जाएंगे
डाक्टर बोला मजबूरी है
कोमा मे जाने से रोकने को
ये प्रयास जरूरी है
समर्थक  बिगड़ गए
लाठी डांडा ले अस्पताल पर चढ़ गए
डाक्टर को तमाचा जड़ दिया
वार्ड बॉय को फर्श पर रगड़ दिया
सिस्टर पर दौड़े
किसी तामीरदार को भी नहीं छोड़े
अस्पताल मे जो भी  था
उसे राजनीति का प्रशाद मिला
हास्टल से डाक्टर दौड़े
थाने से पुलिस
दुकानदार शटर बंद कर भागे
उधर से पथराव
इधर से लाठी चार्ज
हार्ट अटक मे पड़े नेताजी किनारे लग गए
आक्सीजन न मिलने से
सांस मे अटक गए
लोकसभा नामिनेशन से ही नहीं
जीवन से भी वंचित हो गए
आनन फानन पार्टी ने रुख बदला
विपक्षी पार्टी ने  संवेदना के आधार पर 
पत्नी को टिकट थमाया
परिवार वाले 
तेरहवी मे लग गए
पत्नी 
संवेदना भुनाने मे
समर्थक
इलेक्शन उठाने मे
अस्पताल मे भर्ती मरीज जो 
इस उत्सव मे घायल हुये थे
वापस लौट आए 
पुलिस वाले चौराहों पर 
अपने काम पर लग गए
सड़क के रोड़े साफ  कर  दिये गए 
दुकानों के शटर उठ गए
सब व्यस्त  हो गए 
एफ  आई आर 
न्यायायिक जांच
अपनी अपनी राह चल पड़ी
और हम सब अपनी अपनी राह........

-कुशवंश





5 टिप्‍पणियां:

  1. मज़ेदार व्यंग्य है . सामयिक होने से और भी जायकेदार बन पड़ा है .

    कुश्वंश जी, नमस्ते!

    घर-घर जाकर मिलने का सोचा है इसलिए इस सुख को काफी अरसे बाद पा रहा हूँ

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  2. प्रतुल जी सदासयता के लिए आभार , आपका आना अच्छा लगा , इधर व्यस्तता के कारण आपका सनिध्य नही हो पाया मन मे मलाल है

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  3. बिल्कुल सही लिखा है

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  4. नेता जी सिधार कर बहुतो को पार लगा गये .......करारा व्यंग !

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आपके आने का धन्यवाद.आपके बेबाक उदगार कलम को शक्ति प्रदान करेंगे.
-कुश्वंश

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