tag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post1362035426697578609..comments2024-03-03T22:24:56.269+05:30Comments on अनुभूतियों का आकाश: जनकवि नहीं रहे ....Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-10337412255040364562012-01-12T09:56:59.287+05:302012-01-12T09:56:59.287+05:30बेहतरीन पोस्टबेहतरीन पोस्टदीपिका रानीhttps://www.blogger.com/profile/12986060603619371005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-44910070496908837472011-12-21T20:03:28.337+05:302011-12-21T20:03:28.337+05:30सार्थक सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति................सार्थक सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति................Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-12275969458679575792011-12-21T19:54:35.397+05:302011-12-21T19:54:35.397+05:30भावपूर्ण अभिव्यक्तिभावपूर्ण अभिव्यक्तिAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-47420785246349621912011-12-21T19:43:16.862+05:302011-12-21T19:43:16.862+05:30जिनको सुनना था उन्होंने
न तब सुना ना आज
क्योंक...जिनको सुनना था उन्होंने <br />न तब सुना ना आज <br />क्योंकी शीशे भरे कानो में <br />आवाज़ अन्दर तक नहीं जाती <br />तुम्हारे असमय जाने से भी नहीं<br /><br />....बहुत सटीक और सच्ची श्रद्धांजलि...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-30933785556939720142011-12-21T12:41:06.754+05:302011-12-21T12:41:06.754+05:30बहुत अच्छी अभिव्यक्ति..
शायद सच्ची श्रद्धांजलि यही...बहुत अच्छी अभिव्यक्ति..<br />शायद सच्ची श्रद्धांजलि यही है अदम गौंडवी जी के लिए ..<br />रचना के लिए बधाई और अदम जी को श्रद्धा सुमन.<br />सादर.vidyahttps://www.blogger.com/profile/07319211419560198769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-15142808479120779352011-12-20T18:50:19.994+05:302011-12-20T18:50:19.994+05:30सार्थक सुंदर भावपूर्ण सयोंजन की बेहतरीन प्रस्तुति,...सार्थक सुंदर भावपूर्ण सयोंजन की बेहतरीन प्रस्तुति,...बधाई ...<br /><br />नये पोस्ट की चंद लाइनें पेश है.....<br /><br />पूजा में मंत्र का, साधुओं में संत का,<br />आज के जनतंत्र का, कहानी में अन्त का,<br />शिक्षा में संस्थान का, कलयुग में विज्ञानं का<br />बनावटी शान का, मेड इन जापान का,<br /><br />पूरी रचना पढ़ने के लिए <a href="http://dheerendra11.blogspot.com" rel="nofollow"> काव्यान्जलि </a> मे click करेधीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-73767199687039641182011-12-20T16:07:46.776+05:302011-12-20T16:07:46.776+05:30उस फूस के गाव से
जहा आग तो पहुच जाती है
मगर च...उस फूस के गाव से <br />जहा आग तो पहुच जाती है <br />मगर चूल्हे ठन्डे हो जाते हैं <br /><br />यथार्थ और सटीक चित्रण<br />जनकवि को भावभीनी श्रधांजलि ..रेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-76438421847345534522011-12-20T15:05:22.891+05:302011-12-20T15:05:22.891+05:30बहुत ही अच्छी प्रस्तुति दी है आपने ... जनकवि को ...बहुत ही अच्छी प्रस्तुति दी है आपने ... जनकवि को नमन , विनम्र श्रद्धांजलि <br />कल 21/12/2011 को आपकी यह पोस्ट <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com" rel="nofollow"> नयी पुरानी हलचल </a> पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है, मेरी नज़र से चलिये इस सफ़र पर ...सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-46990594572233453172011-12-20T11:47:31.158+05:302011-12-20T11:47:31.158+05:30बहुत सार्थक भाव पूर्ण प्रस्तुति |
आशाबहुत सार्थक भाव पूर्ण प्रस्तुति |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-32268001149730936182011-12-20T09:31:14.324+05:302011-12-20T09:31:14.324+05:30जिसकी कविताये
बुझे चूल्हों और
घुसे पेटों से निकल...जिसकी कविताये <br />बुझे चूल्हों और <br />घुसे पेटों से निकलती थी <br />और रोटी को छीन कर भागते कुत्तों पर <br />ठहर जाती थीं <br /><br />बहुत उम्दा , जनकवि को नमन , श्रद्धांजलि डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-89354860471761119582011-12-20T09:25:39.266+05:302011-12-20T09:25:39.266+05:30सार्थक श्रधांजलि ।सार्थक श्रधांजलि ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-57533629718802609362011-12-20T09:15:14.270+05:302011-12-20T09:15:14.270+05:30देखा है
सड़के आज भी दूर हैं
उस फूस के गाव से ...देखा है <br />सड़के आज भी दूर हैं <br />उस फूस के गाव से <br />जहा आग तो पहुच जाती है <br />मगर चूल्हे ठन्डे हो जाते हैं ... jane se bhi kuch kahan badalta haiरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-493269341441831092.post-78913044158109556602011-12-20T09:09:51.746+05:302011-12-20T09:09:51.746+05:30जिनको सुनना था उन्होंने
न तब सुना ना आज
क्योंकी ...जिनको सुनना था उन्होंने<br />न तब सुना ना आज <br />क्योंकी शीशे भरे कानो में <br />आवाज़ अन्दर तक नहीं जाती <br />तुम्हारे असमय जाने से भी नहीं ..<br />सटीक अभिव्यक्ति... आभारसंध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.com